
दैनिक पंचांग की व्याख्या: शुभ समय के लिए आपकी मार्गदर्शिका
दैनिक पंचांग के रहस्यों को जानें! जानें कि तिथि, नक्षत्र, योग, करण और वार आपके निर्णयों को कैसे प्रभावित करते हैं और आपके दिन को कैसे आकार देते हैं। व्यावहारिक उदाहरण अंदर!
ज्येष्ठ वद तृतीया - विक्रम संवत २०८१
रोग (बुराई): ०९:५१ AM - ११:४२ AM
उद्वेग (खराब): ११:४२ AM - ०१:३२ PM
हिंदू पंचांग की प्रत्येक तिथि का महत्व जानें। व्रत, पूजा, त्योहार और धार्मिक अनुष्ठानों में इसकी भूमिका को समझें।