आषाढ़ वद सप्तमी - विक्रम संवत २०८१
शुभ (अच्छा): ०६:२४ AM - ०८:१२ AM
रोग (बुराई): ०८:१२ AM - १०:०१ AM
जुलाई
२०२५
शुभ मुहूर्त उपलब्ध नहीं है
कैलेंडर में कुछ तारीखों के नीचे रंगीन बिंदु दिखते हैं। ये बिंदु बताते हैं कि वह दिन किस प्रकार का शुभ अवसर है:
नए घर में जाना सिर्फ़ एक बड़ा कदम नहीं है—यह एक आध्यात्मिक मील का पत्थर है। भारतीय संस्कृति में, इस क्षण को गृह प्रवेश नामक एक पवित्र अनुष्ठान के साथ मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस अवसर के लिए शुभ मुहूर्त (शुभ समय) चुनने से आपके घर में शांति, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा आती है।
आपकी शुरुआत को आनंदमय और मंगलमय बनाने के लिए, हमने सबसे शुभ गृह प्रवेश मुहूर्त तिथियों को सूचीबद्ध किया है। ये पंचांग शुद्धि, वैदिक ग्रंथों और ग्रहों की स्थिति से ज्योतिषीय गणना पर आधारित हैं।
नीचे गृह प्रवेश मुहूर्त के बारे में आपको जो कुछ भी जानना ज़रूरी है, वह सब बताया गया है—यह क्या है, इसका महत्व क्यों है, तिथियाँ कैसे चुनी जाती हैं, और इस खास दिन की तैयारी कैसे करें।
गृह प्रवेश एक पारंपरिक हिंदू अनुष्ठान है जो किसी नवनिर्मित या पुनर्निर्मित घर में प्रवेश करने से पहले किया जाता है। यह पूजा स्थान को शुद्ध करने, आशीर्वाद प्राप्त करने और नकारात्मक ऊर्जा को दूर रखने में मदद करती है।
गृह प्रवेश तीन प्रकार के होते हैं:
इस अनुष्ठान में आमतौर पर वास्तु पूजा, गणेश पूजा, नवग्रह शांति और हवन (अग्नि अनुष्ठान) शामिल होता है ताकि आपके घर को ब्रह्मांडीय ऊर्जा के साथ संरेखित किया जा सके।
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, किसी भी काम को सही समय पर शुरू करने से बेहतर परिणाम मिलते हैं। गृह प्रवेश के लिए एक अच्छा शुभ मुहूर्त निम्नलिखित में मदद करता है:
जब शुक्र तारा या गुरु तारा (बृहस्पति) अस्त (दिखाई न दे) हो तो गृह प्रवेश करने से बचें, क्योंकि मुहूर्त चिंतामणि और धर्मसिंधु जैसे ग्रंथों के अनुसार ये अवधि अशुभ हैं।
शुभपंचांग में, हम सटीक मुहूर्त तिथियां प्रदान करने के लिए एक स्पष्ट प्रक्रिया का पालन करते हैं:
पंचांग शुद्धि: हम अशुभ तिथियों को हटा देते हैं, जिनमें शामिल हैं:
शहर-आधारित समय: हम आपके चुने हुए शहर के आधार पर सूर्योदय से सूर्योदय तक के मुहूर्तों की गणना करते हैं, क्योंकि समय स्थान के अनुसार अलग-अलग होता है।
विशेषज्ञ समीक्षा: हमारे ज्योतिषी वास्तु, ग्रह स्थिति और लग्न कुंडली के आधार पर तिथियों की जांच करते हैं।
📌 सुझाव: अपनी जन्म कुंडली के आधार पर व्यक्तिगत मुहूर्त के लिए हमेशा किसी विश्वसनीय ज्योतिषी या पंडित से परामर्श लें।
आपके समारोह को सुचारू और पवित्र बनाए रखने के लिए यहाँ एक त्वरित चेकलिस्ट दी गई है: