परिचय
रिमेम्ब्रन्स डे हर साल 11 नवंबर को मनाया जाता है ताकि युद्धों, संघर्षों और शांति मिशनों में सेवा देने वाले सशस्त्र बलों के बलिदानों को सम्मान और स्मरण किया जा सके। यह दिन 1918 में प्रथम विश्व युद्ध की समाप्ति और सुबह 11 बजे हुए युद्धविराम की याद दिलाता है।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
रिमेम्ब्रन्स डे की शुरुआत 1919 में "आर्मिस्टिस डे" के रूप में हुई थी। समय के साथ यह दिन सभी सैनिकों के योगदान का सम्मान करने का प्रतीक बन गया। In Flanders Fields कविता से प्रेरित लाल पॉपी फूल याद का प्रतीक बन गया।
महत्त्व और परंपराएं
-
सुबह 11 बजे दो मिनट का मौन रखा जाता है।
-
युद्ध स्मारकों और सैनिक कब्रिस्तानों में समारोह आयोजित होते हैं।
-
पॉपी फूलों को शहीदों की श्रद्धांजलि स्वरूप पहना जाता है।
-
पूर्व सैनिक और सैन्यकर्मी परेड व आयोजनों में भाग लेते हैं।
-
स्कूलों और समुदायों में शांति और बलिदान का संदेश देने वाले कार्यक्रम आयोजित होते हैं।
विरासत और जन-जागरूकता
यह दिन युद्ध की कीमत और शांति के मूल्य की याद दिलाता है। यह सेवा देने वालों की विरासत को सम्मान और भविष्य में संघर्षों से बचने की प्रेरणा देता है।
निष्कर्ष
रिमेम्ब्रन्स डे केवल एक अवकाश नहीं, बल्कि साहस, बलिदान और शांति की कामना का प्रतीक है। यह कनाडाई नागरिकों को स्मृति और गर्व में एकजुट करता है।




