
प्रमुख वारणी दिन: दिव्य चयन का जश्न मनाना
बीएपीएस स्वामीनारायण परंपरा में प्रमुख स्वामी महाराज के दिव्य चयन का जश्न मनाते हुए, प्रमुख वारणी दिन के गहन आध्यात्मिक महत्व की खोज करें।
ज्येष्ठ वद तृतीया - विक्रम संवत २०८१
रोग (बुराई): ०९:५१ AM - ११:४२ AM
उद्वेग (खराब): ११:४२ AM - ०१:३२ PM
भारत और दुनिया भर में मनाए जाने वाले हिंदू त्यौहारों की खूबसूरती, परंपराओं और आध्यात्मिक महत्व को जानें। प्रत्येक पवित्र अवसर के पीछे के अनुष्ठानों, कहानियों और शाश्वत ज्ञान के बारे में जानें।