मुख्य सामग्री पर जाएं

परिचय
निंगोल चाकौबा मणिपुर का एक प्रमुख पारिवारिक और सांस्कृतिक त्योहार है, जिसे विशेष रूप से मैतेई समुदाय द्वारा मनाया जाता है। यह पर्व हर साल हियांग्गेई माह की दूसरी तिथि को मनाया जाता है और विवाहित बेटियों और उनके मायके के बीच के रिश्ते को मजबूत करता है।

नाम का अर्थ
'निंगोल' का अर्थ है बेटियाँ या विवाहित महिलाएँ, जबकि 'चाकौबा' का मतलब है भोज या आयोजन। यह त्योहार विवाहित बेटियों को ससम्मान मायके बुलाकर भोज कराने की परंपरा को दर्शाता है।

रिवाज़ और उत्सव
इस दिन विवाहित बेटियों को उनके मायके बुलाया जाता है। परिवार भरपूर स्नेह के साथ पारंपरिक मणिपुरी व्यंजन तैयार करता है। बेटियों को उपहार दिए जाते हैं, आशीर्वाद दिया जाता है, और साथ में प्रेमपूर्वक भोजन किया जाता है।

सांस्कृतिक महत्व
निंगोल चाकौबा उस गहरे भावनात्मक रिश्ते को सम्मान देता है जो बेटियों और उनके मायके के बीच होता है। यह परंपरा परिवार में प्रेम, सम्मान और एकता को बढ़ावा देती है।

आधुनिक आयोजन
समय के साथ यह पर्व अन्य समुदायों में भी लोकप्रिय हुआ है। भारत ही नहीं, विदेशों में बसे मणिपुरी लोग भी इस पर्व को श्रद्धा से मनाते हैं, जिससे उनकी सांस्कृतिक पहचान बनी रहती है।

हमारे साप्ताहिक समाचार पत्र के साथ अद्यतन रहें

नवीनतम अपडेट, टिप्स और विशेष सामग्री सीधे अपने इनबॉक्स में प्राप्त करें।