मुख्य सामग्री पर जाएं
ToranToran

मा जीवन्तिका व्रत पूजन

मा जीवन्तिका व्रत पूजन

व्रत का परिचय:

माँ जीवंतिका व्रत एक धार्मिक व्रत है, जिसे विशेष रूप से गुजरात और महाराष्ट्र में मनाया जाता है। यह व्रत विशेष रूप से महिलाओं द्वारा किया जाता है, और इसका उद्देश्य पति की लंबी उम्र और स्वस्थ जीवन की कामना करना है। इस व्रत को विशेष रूप से मानसून के दौरान और श्रावण मास में मनाया जाता है। यह व्रत भगवान शिव और माँ पार्वती की पूजा से संबंधित होता है, और इसे बहुत श्रद्धा और भक्तिभाव से किया जाता है।

व्रत की कथा:

 माँ जीवंतिका व्रत की कथा के अनुसार, जब भगवान शिव ने अपनी पत्नी माँ पार्वती से अपने शिष्य के रूप में जीवन के महत्व और औषधियों के बारे में पूछा, तो पार्वती जी ने एक विशेष औषधि "जीवंतिका" का महत्व बताया। यह औषधि जीवन शक्ति और दीर्घायु को बढ़ाने के लिए अत्यंत प्रभावी मानी जाती है। इस व्रत को करने से पति की लंबी उम्र, सेहत, और समृद्धि प्राप्त होती है। एक अन्य मान्यता के अनुसार, इस व्रत को करने से जीवन में शांति, सुख और संपत्ति आती है।

हम यह व्रत क्यों मनाते हैं:

यह व्रत खासकर महिलाओं द्वारा किया जाता है, ताकि वे अपने पति की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य की कामना कर सकें। साथ ही, यह व्रत घरेलू सुख-शांति और समृद्धि के लिए भी किया जाता है। यह व्रत पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूत करने का भी एक माध्यम माना जाता है।

व्रत की प्रमुख परंपराएँ:

व्रत का प्रारंभ: इस व्रत की शुरुआत श्रावण माह के किसी शुभ दिन से होती है। महिलाएं इस दिन स्नान करके व्रत की शुरुआत करती हैं।

पूजा विधि: पूजा में माँ पार्वती और भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है। जीवंतिका औषधि (या उसके प्रतीक रूप में कोई सामग्री) को पूजा स्थल पर रखा जाता है और उसे ध्यानपूर्वक पूजा जाता है।

उपवास: व्रत करने वाली महिलाएं दिनभर उपवास रखती हैं और केवल फलाहार करती हैं।

जागरण: इस व्रत के दौरान रातभर जागरण किया जाता है, जिसमें महिलाएं भजन, कीर्तन और माँ पार्वती के मंत्रों का जाप करती हैं।

अर्जन और सामर्थ्य: पूजा के दौरान महिलाएं माँ जीवंतिका से अपने जीवन को उत्तम बनाने और हर संकट से बचने की प्रार्थना करती हैं।

व्रत का महत्व:

पति की दीर्घायु: इस व्रत को करने से पति की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।

सुख-शांति और समृद्धि: यह व्रत परिवार में सुख, शांति और समृद्धि लाने का कारण बनता है।

आध्यात्मिक उन्नति: इस व्रत के द्वारा भक्तों को आध्यात्मिक उन्नति और मानसिक शांति प्राप्त होती है।

घर में सौभाग्य: यह व्रत घर में सुख-शांति, सौभाग्य और सुख-समृद्धि के आगमन का कारण बनता है।

माँ जीवंतिका व्रत पूजन एक पवित्र व्रत है, जो विशेष रूप से महिलाओं द्वारा किया जाता है। यह व्रत पति-पत्नी के जीवन में सुख, समृद्धि और दीर्घायु की कामना करता है। इस व्रत को पूरे श्रद्धा भाव से करने से जीवन में सुख-शांति और आशीर्वाद की प्राप्ति होती है।

हमारे साप्ताहिक समाचार पत्र के साथ अद्यतन रहें

नवीनतम अपडेट, टिप्स और विशेष सामग्री सीधे अपने इनबॉक्स में प्राप्त करें।